उमेश टॉक्स वेबसाइट पर आप सभी दोस्तों का फिर से
बहुत बहुत स्वागत है, मै हु आपके साथ उमेश आज के इस आर्टिकल में हम जानेगे की अपने
दादा परदादा का जमीन अपने नाम से कैसे कराये.
अपने दादा परदादा का जमीन अपने नाम से करने से पहले हमें बटवारा के बारे में जनानां होगा.
बटवारा तिन प्रकार का होता है?
1. आपसी सहमती बटवारा
ये सबसे खतरनाक बटवारा होता है की क्युकी इस बटवारा
को बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. इस बटवारा में होता क्या है, जैसे की मान लो एक
आदमी का चार लड़के है तो चारो आपस में बैठ कर बटवारा कर लेते है की मै यहाँ रहूगा
आप वहा रह जाओ. इन चारो का मन मिलता है और बटवारा हो जाता है लेकिन आगे जाकर वो
कहता है अब मै वहा रहूगा तुम यहाँ रहो. और फिर महाभारत शुरू होता है. आपको ये
बटवारा भूल कर भी नहीं करनी चलिए क्युकी इसका कोई वैल्यू नहीं होता है, और इसी
बटवारे के वजह से आप कई लोगो को बड़ी से बड़ी मुशिबतो का सामना भी करना पड़ रहा है.
2. पंचायत सहमती बटवारा
ये बटवारा भी आपसी सहमती बटवारा के सामान ही होता है,
इसमें होता ये है की आप के गाव के सरपंच या फिर मुखिया होते है उन्ही के देख रेख
में बटवारा होता है, जबकि इसका भी कोई वैल्यू आगे चल कर नहीं होता है. ये बटवारा
भी आपको नहीं करना चाहिए.
3. रजिस्ट्री बटवारा
ये बटवारा सबसे सही और सिक्योर बटवारा होता है
क्युकी ये बटवारा कोर्ट और अंचल के माध्यम से होता है. ये बटवारा आपको जरुर करना
चाहिए.
इसमें दो टाइप होते है.
इसमें दो टाइप होते है.
1.अंचल अधिकारी के द्वारा रजिस्ट्री
ये बटवारा कम खर्चा में होता जाता है. और अंचल अधिकारी के द्वारा होता है.
2.कोर्ट के द्वारा रजिस्ट्री
हम किसी भी जमीन को खरीदते है तो रजिस्ट्री कराते
है ठीक वैसे ही ये रजिस्ट्री होता है हलाकि इसमें पैसे आपके जमीन के वैल्यू के
हिसाब से लगता है.
दादा परदादा के जमीन अपने नाम कैसे कराये
अपने दादा परदादा के जमीन अपने नाम से कराने से पहले आपको बटवारा के बारे
में जानना बहुत जरूरी था इसलिए मैंने आपको बंटवारे के बारे में समझाया. अपने दादा
परदादा की जमीन
अपने नाम से कराने के लिए आपको कोर्ट या फिर सर्कल ऑफिसर (co) के तहत
कराना होता है. जैसे कि मान लीजिए आप चार भाई हैं ठीक है तो चारों भाई का हिस्सा
होता है. अपने हिंसा को आप अपने नाम से कोर्ट से लिखवा सकते हैं या फिर आप सर्कल
ऑफिसर (co) से लिखवा सकते हैं. जैसे की नया जमीन खरीदने के बाद हमें अपने नाम से रजिस्ट्री
कराना पड़ता है. ठीक वैसे ही अपने दादा परदादा का जमीन भी अपने नाम करने के लिए
रजिस्ट्री करनी पड़ती है. हलाकि सर्किल ऑफिसर से कम कर्चा लगता है जबकि कोर्ट से आपके
जमीन के वैल्यूएशन के हिसाब से लगता है. रजिस्ट्री करने के बाद दाखिल खर्च करना
पड़ता है उसके बाद आपके नाम से रसीद कट जाता है और आपके नाम से जमीन हो जाता है.
अपने दादा परदादा का जमीन अपने नाम कैसे कराये ज्यादा जानकारी के लिए निचे दिए गए विडियो देखे
उम्मीद करते है की मैंने जो भी जानकारी आपके साथ शेयर किया है वो
आपको पंसंद आया होगा और आपका जो भी सवाल है उसका जबाब मिल गया होगा. तो प्लीज शेयर
जरुर कर दे. और फिर भी आपको लगता है की मेरा कुछ सवाल है तो हमें कमेंट करके जरुर
बताये. मदद करने के पूरी कोशिश की जाएगी. धन्यवाद
Nice information
ReplyDeleteSir agar koee bhai aapash me sahmati nahi hai to to me apane naam kese karye
ReplyDeleteसर अगर कोई भाई बेईमानी करना चाहता हो तो क्या करें।
ReplyDeleteRation done online but did not get the number
ReplyDeleteहेल्लो सर नमस्कार मेरी जमीन कि रजिस्ट्री करवानी है उसमे मेरा भाई के सिग्नेचर चाहिए और वो ये करने ke लिए राजी नही इसके लिए क्या करे सर आपसे यही अनुरोध करूँगा की आप मुझे बताने मदद करे...
ReplyDeleteमहाराष्ट्र मुंबई
ReplyDeleteजिला पालघर
तहसील पालघर
गांव गुंडेल
लालमन गजराज उपाध्याय
एन के नाम पर जमीन है
थे हमारे दादा लगते थे
अबे दुनिया में नहीं रहे
इनके नाम पर जमीन अपने नाम कैसे करवाएं
आदिवासी लोग जबरी कब जाती है
हमारा नाम संतोष उपाध्याय
7651962532
Good information
ReplyDeleteहमारे दादा के दादा के पिता की जमीन का बटवारा कानूनन कैसे हो। कुछ जमीन पर मेरा नाम दाखिल है कुछ पर नहीं
ReplyDeleteजबकि मेरे भाइयों के नाम सब जगह पर हैं
उत्तर मेल के द्वारा pana चाहता हूं
ReplyDeleteझाटु reply तो दे सबको
ReplyDeleteHatiram
ReplyDeleteMere pita ji ke pita ki jamin na hi mere pita k nam hai na hi mere nam hai aur durbhagyavash dono hi ecpire ho chuke hai use kaise apne nam karaye plz reply on mkumar37713@gmail.com
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